क्या आप टाइट अंडरवियर पहनते हैं? क्या नूडल्स में सोया सॉस मिलाते हैं या जांघों पर लैपटॉप लेकर बैठते हैं? अगर आप ऐसा करते हैं तो स्पर्म काउंट के घटने के आप खुद जिम्मेदार हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि एक रिसर्च में ये बात सामने आई है। डेली मेल पर प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, युवा पुरुषों का पांचवां हिस्सा लो स्पर्म काउंट से परेशान है। रिसर्च में प्रति मिलीलीटर वीर्य में तकरीबन डेढ़ करोड़ शुक्राणु होने की गई है।
रिसर्च में भी पाया गया है कि हर छह में से एक दंपत्ति को बच्चा पैदा करने में समस्या होती है। ये स्थिति 20 फीसदी मामलों में कम स्पर्म काउंट या वीर्य की गुणवत्ता घटने के कारण आई है। वीर्य में शुक्राणुओं की कम संख्या होने के कई कारण हो सकते हैं। ऐसे हालात में आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि वीर्य घटने का मुख्य कारण क्या है। कैसे वीर्य की गुणवत्ता को बरकरार रखा जा सकता है।टाइट अंडरवियर पहनने से वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या तकरीबन 100 फीसदी घट जाती है।
जिन पुरुषों का वजन निर्धारित वजन से ज्यादा होता है उनके वीर्य की गुणवत्ता कम होने लगती है और वीर्य से शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है।
. धू्म्रपान या सिगरेट पीने से डीएनए को नुकसान पहुंचता है।
.एल्कोहल पीने से भी स्पर्म काउंट और सेक्स के दौरान फोकस कम होता हैं।
.आप खाना किस चीज में खा रहे हैं इससे भी एक हद तक वीर्य की क्वालिटी निर्भर करती है। नॉनस्टिक पैन और कई घर में इस्तेमाल होने वाली चीजों से भी स्पर्म हेल्दी नहीं रहते।
.सनस्क्रीन में कैमिकल्स मिले होते हैं। सनस्क्रीन का इस्तेमाल 33 फीसदी स्पर्म घटा देते हैं
.प्लास्टिक की बोतल और खाने के कंटेनर में कैमिकल होता है। ऐसे में खाना खाने से वीर्य पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है।
.जो पुरुष नॉर्मल स्पर्म काउंट होने पर 14 दिन तक संयम बरतते हैं उनमें 25 फीसदी स्पर्म काउंट कम हो जाते हैं।
.एक्सपर्ट कहते हैं स्मोकिंग और ड्रग्स उस समय नही लेने चाहिए जब आप बच्चे की प्लानिंग कर रहे हों।
.मोबाइल फोन और लैपटॉप से 8.1 फीसदी स्पर्म काउंट कम हो जाते हैं।
.टीवी देखने और सूअर का मांस खाने से भी स्पर्म काउंट कम हो सकते हैं।
.अंडरवेट होने से भी स्पर्म काउंट घट जाते हैं।
.लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से भी शुक्राणु कम होने लगते हैं।
.तनाव भी कम करता स्पर्म काउंट